आदिकाल सँ कंपित स्वर मे विद्रुप होइत रहल अछि स्त्रीक देह
रोमिशा मैथिली कविताक प्रतिनिधि स्त्री स्वरक रूप मे स्थापित भए रहलीह अछि। सम्बन्ध आ समजाक द्वन्द मे स्त्रीक चिर्रीचोथ होइत अस्तित्वक ...
emithila -
दिसंबर 02, 2018
आदिकाल सँ कंपित स्वर मे विद्रुप होइत रहल अछि स्त्रीक देह
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दिसंबर 02, 2018
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कवि आ कविता केँ भिन्न-भिन्न बुझबाक चाही
अजित आजाद समकालीन मैथिली कविताक एक महत्वपूर्ण कवि छथि। पेन ड्राइव मे पृथ्वी हिनक दोसर काव्य संग्रह टटके प्रकाशित भेलनि अछि। एहि...
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नवंबर 30, 2018
कवि आ कविता केँ भिन्न-भिन्न बुझबाक चाही
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