समयक घाओ पर पट्टी बन्हैत
।। दीप नारायणक किछु कविता ।। १). आँगन मे बिहुँसैत कनैल आइ भोरे जखन सुरुज अकास पर धरैत छैक पहिल डेग... आ पातक सोपान पर नान्हि-न...
e-Mithila -
July 14, 2020
समयक घाओ पर पट्टी बन्हैत
Reviewed by e-Mithila
on
July 14, 2020
Rating:
