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कनोजरि
सुमित मिश्र गुंजनक किछु कविता : ।। युद्ध ।। बहुतो ऐतिहासिक घटनाक साक्षी पहाड़, नदी, घाटी आ मैदान कहियो काल सुनाबै छै गाथा संघर्...
emithila -
जून 09, 2020
मिथिलाक मानचित्रपर भुतिआएल
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जून 09, 2020
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हमर प्रतीक्षा मे ठाढ़ अछि कियो
|| रिंकी झा केर किछु कविता || १). पाषाण कखनो चिड़ैँ जकाँ चहकैत छी कखनो फूल बनि हँसैत छी साँच कही तँ प्रिये कखनो बसात जकाँ उड़ैत...
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अप्रैल 17, 2020
हमर प्रतीक्षा मे ठाढ़ अछि कियो
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अप्रैल 17, 2020
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अपनहि लिखल भ' गेल अछि अपठनीय
अनुराग मिश्रक किछु कविता :: अनुराग मिश्र मैथिली कविताक नव्यतम पीढ़ी सँ संबद्ध कवि छथि । अनुरागक किछुए कविता एखन प्रकाश मे अएलनि अछि...
emithila -
जनवरी 02, 2020
अपनहि लिखल भ' गेल अछि अपठनीय
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जनवरी 02, 2020
Rating: 5
तिरोहित होइत स्त्रीत्व
प्रियंका मिश्रा केर किछु कविता :: 1). असौकर्य अहाँके असौकर्य अछि आइ हमरा मुँह सँ निकसल छोट सन शब्द सँ मुदा हमरा तँ कनियो ...
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दिसंबर 05, 2019
तिरोहित होइत स्त्रीत्व
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दिसंबर 05, 2019
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अनेरो ताकि रहलहुँ अछि संवेदना
|| सुशान्त झा 'अवलोकित'क किछु कविता || 1). संवेदना अनेरो ताकि रहलहुँ अछि संवेदना... स्मार्टफोन मे मुड़ी गोतने आइडेंटिटी...
emithila -
नवंबर 12, 2019
अनेरो ताकि रहलहुँ अछि संवेदना
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नवंबर 12, 2019
Rating: 5
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