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कनोजरि
राजीव रंजन झाक किछु कविता :: 1. सोहारी भूख ! ओह ! एहेन भूख !! सत्तर बरखक उमेर आ पेट डेंगौने ठाढ़ अछि सोहारी हपोसि रहल अछि हाँज...
emithila -
अक्तूबर 17, 2019
कनमो भरि इजोत कम नहि होइत छैक !
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अक्तूबर 17, 2019
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देहक वस्त्र जकाँ अहाँ सँ उतरैत छी हम
सागर | क्लिक : शशांक मुकुट शेखर बहुत हालेक बात थिक जे सागर अपन बेधक आ मार्मिक टिप्पणी सब सँ उत्फाल मचबैत सोशल मीडिया पर प्रकट भेल छल...
emithila -
अगस्त 24, 2019
देहक वस्त्र जकाँ अहाँ सँ उतरैत छी हम
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अगस्त 24, 2019
Rating: 5
रजनीश प्रियदर्शीक किछु कविता
प्रिय पाठकगण, "ई-मिथिला" पर आइ मैथिलीक एकदम्म नव्यतम पीढ़ीक कवि रजनीश प्रियदर्शीक किछु कविता प्रस्तुत कयल जा रहल अछि. रजनीश...
बालमुकुन्द -
सितंबर 05, 2018
रजनीश प्रियदर्शीक किछु कविता
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सितंबर 05, 2018
Rating: 5
हम के छी ई स्वयं नहि जनैत छी हम
|| सत्यम कुमार झाक किछु कविता || (१). सेहन्ता एकटा कविता लिखबाक छल हमरा जाहि मे सम्पूर्ण प्रेमक वर्णन करितहुँ हम, प्रेम...
बालमुकुन्द -
मार्च 10, 2017
हम के छी ई स्वयं नहि जनैत छी हम
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मार्च 10, 2017
Rating: 5
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