नहि तोड़लहुँ अछि
अहाँसँ
जौं आब' चाही त'
आउ
एखनो अछि परती
अहीँक लेल ।
हमर स्पर्श, हँसी,चलनाइ
सभ दिन विदा होइत काल
घुरिक' तकनाइ
कखनो कालक' हमर
झगड़ा आ नखरा सेहो
अहाँकेँ मोन पड़त
जाहि पर हम बैसैत छलियै
ओ टेबुल जाहि पर हम लिखैत छलियै
अहाँकेँ मोन पड़त
एतहि कतौ छियै
गेल छियै चौक दिस
'फोटो स्टेट' कराब'
कि किरानाक कोनो समान लाब'
वा 'सेन्ट्रल बैंक' पर कोनो काजसँ
हम एबे करबै एखने
किछुए कालक बाद
हम टहलैत छियै एखनो 'फिल्ड' दिस
बैसल छियै कि ठाढ़ बरामदा पर कतौ
आ कि ओहि कमरा मे
खिड़की पर हाथ ध'
देखि रहल छियै बाहरक परिदृष्य
ओहि दिन हम अहाँकेँ
जहि दिन अनचोके!
अहाँक बैग मे
कि टेबुलक दराज मे
कि गोदरेजक कोनो खाना मे
आ कि कोनो 'रजिस्टर' मे
भेटत कागतक कोनो टुकड़ी
जहि पर लिखल रहत
हमारे अक्षर मे कोनो शब्द
कि कविताक किछु पांति
आ उदास भ' जाएब अहाँ
कि कहियो सोचने ने रहियै
एक दिन ऐना भ' क' सभ किछु बदैल जेतै
जकरा देखिक' जीवै छलियै
ओ छोड़ि क' हमरा चलि जेतै
फाटि जाएत अहाँक करेज
रोज एकटा मृत्यु
जीबै जका...
हमरा गेलाक बाद ।
अहाँकेँ बुझल अछि ?
हेराइत-भूतलाइत
अहीँक आँचर मे भेटल रहैक
हमरा ठौर
एक औंजरी जिनगी
जिनगी भरिक लेल
डेग-डेग पर भेटैत अछि
दू पेरिया
पहिले जकाँ असान
नहि रहि जाइत अछि
जे अछि शब्दकोश मे
महसूस करैत छी हम
ओकर पीड़ा
रंग अपन रंग
कोशी-कमला संगीत
कोइली बिसरि जाइत छैक गीत
सौँसे दुनियाँ लग' लगै छै
उजड़ा भांङ
किछु नहि हेतैक
अहाँक गेलाक बाद
पहाड़ ढहि जेतैक?
सुरुज उगनाइ बन्न क' देतैक?
आ कि पृथ्वी उनैत जेतैक?
एहन सन किछु नहि हेतैक
मिसियो भरि ई दुनियाँ
एकदम बदैल जेतैक
लाड़-दुलार हमरासँ मृत्यु
लगौने रहै छातीसँ
कयैक बेर
मृत्युक कोरामे निचैनसँ
अपना लग नहि ल' जयबाक हठमे
झमारिक' उठा देने रहै हमरा
हम पढ़ि रहल छी
मृत्युक महाकाव्य
नि:शब्द भ' सिरमा मे बैसि
क' रहल अछि हमरा फेर लाड़-दुलार
हसोथिक' छातीसँ साटि लइए बेर-बेर
बहबैछ नोर हमर मृत्यु पर
हमर देहके छुबैत अछि
आ हम सिहरि जाय छी
एकटा स्पर्श मात्र सँ।
Shriman hmra gela k baad , hmra bdd neek lagal kano lagai chhi hm jena bujhai ye hmre le likhal gel chhai e
जवाब देंहटाएं