मकड़ी

कथा ::  मकड़ी : प्रदीप बिहारी सौंसे बजार मे हल्ला पसरि गेलै जे एकटा मौगी अयलैए। सिलाइ-मशीन चलबैत छै। नव-पुरान कपड़ा सीबैत छै। बड़ ...
- दिसंबर 02, 2019
मकड़ी मकड़ी Reviewed by emithila on दिसंबर 02, 2019 Rating: 5

'जँ अहाँ देखि सकितहुँ'

प्रवीण झाक किछु कविता :: 1). जँ अहाँ देखि सकितहुँ  हे! जँ अहाँ देखि सकितहुँ हमर आँखि मे, बाढ़ि मे दहाइत नेन्नाक पीड़ा; त...
- नवंबर 16, 2019
'जँ अहाँ देखि सकितहुँ' 'जँ अहाँ देखि सकितहुँ' Reviewed by emithila on नवंबर 16, 2019 Rating: 5
अनेरो ताकि रहलहुँ अछि संवेदना अनेरो ताकि रहलहुँ अछि संवेदना Reviewed by emithila on नवंबर 12, 2019 Rating: 5

सम्भावना

कथा :: सम्भावना महाप्रकाश ■ ओ आबिते तपाक सँ पुछलनि- “हाथी देखने छह” अर्थ बूझल छह ? ओ अपन एहि प्रश्नक संग टेबुलपर झुकि आएल रहथ...
- नवंबर 07, 2019
सम्भावना सम्भावना Reviewed by emithila on नवंबर 07, 2019 Rating: 5

त्याग पत्र

कथा :  त्याग पत्र : उषाकिरण खान  विलास बाबा आइ पैंतीस बरिसक उपरान्त मुखिया नहि रहलाह। मुखियाक पद ओ स्वेच्छा सँ त्यागि देलनि। आब ...
- अक्तूबर 24, 2019
त्याग पत्र त्याग पत्र Reviewed by emithila on अक्तूबर 24, 2019 Rating: 5
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