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पद्यगच्छ
डॉ.राम चैतन्य धीरजक किछु गीत:: 1). अँगना मे कौआ कुचरि बैस अँगना मे। पानि देबौ, पिड़ही देबौ, पहिल सनेस हम तोरे देबौ जँ प्रियतम परद...
emithila -
अक्तूबर 22, 2019
हम तँ दाबल छी इतिहासक पन्ना मे
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अक्तूबर 22, 2019
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घसल अठन्नी
कविता : काशीकांत मिश्र 'मधुप' जेठक दुपहरि बारहो कला सँ उगिलि उगिलि भीषण ज्वाला आकाश चढ़ल दिनकर त्रिभुवन डाहथि जरि जरि पछब...
emithila -
अक्तूबर 02, 2019
घसल अठन्नी
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अक्तूबर 02, 2019
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आसक बान्ह टूटल नहि अछि
मधुरिमाक किछु कविता :: 1.आस हमर चिट्ठी तोरा लग पहुँचतउ आ कि नहि हमरा नहि पता हमर आकुल मन आ दर्द सँ व्याकुल तन मोन पाड़'...
emithila -
सितंबर 26, 2019
आसक बान्ह टूटल नहि अछि
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सितंबर 26, 2019
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हे मातृभूमि, शत-शत प्रणाम !
बैद्यनाथ मिश्र 'यात्री' (11 जून 1911 - 05 नवम्बर 1998) विद्यापतिक मैथिली जे एकाधिक भाषा केँ भठ्ठा धरा कए सृजनात्मकता...
Unknown -
जून 11, 2017
हे मातृभूमि, शत-शत प्रणाम !
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जून 11, 2017
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कोना क' जीब अहाँ एहेन ऊष्माविहीन जीवन
शारदा झा समकालीन मैथिली कविता मे कवियित्रीक अभाव सहजहि अकानल जा सकैत अछि। एहि चिंतन पर साकांक्ष होइत जे किछु नाम सद्यः सोझाँ अबैछ ता...
Unknown -
अप्रैल 15, 2017
कोना क' जीब अहाँ एहेन ऊष्माविहीन जीवन
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अप्रैल 15, 2017
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